एकल प्रशासन प्रणाली :
उपायुक्त जिला का मुख्य आधार है जिसके इर्द गिर्द पूरा जिले प्रशासन घूमता है। वह हिमाचल प्रदेश के किसी भी अन्य जिलों की तुलना में व्यापक प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियों का इस्तेमाल करता है। यह प्रणाली दिसंबर 1963 में शुरू की गई एकल प्रशासन प्रणाली के रूप में जानी जाती है। इस प्रणाली के तहत उपायुक्त जिले के सभी अधिकारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट लिखता है। 1965 में उपायुक्त को जिला के भीतर तृतीय एवं चतुर्थ कर्मचारियों को स्थानांतरित करने की शक्ति प्रदान की गई थी जिस के दवारा सभी विभागों के समन्वय को सुनिश्चित करने के लिए उसे सक्षम किया । उन्हें सभी जिला स्तर के अधिकारियों के आकस्मिक छुट्टी और यात्रा कार्यक्रमों को मंजूरी देने का अधिकार है।
विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं को भी उपायुक्त के माध्यम से से किया जाता है ।
जिला मुख्यालय कल्पा स्थित रेकांग पिओ में स्थित है | यह जिला हिमाचल प्रदेश के शिमला राजस्व मंडल के अंतर्गत पड़ता है | जिला की प्रशासनिक व्यबस्था निम्न प्रकार से है:
क्रम संख्या | संगठनात्मक ढांचा | संगठनात्मक व्योरा |
---|---|---|
1 | उप मंडल | 3 [कल्पा,निचार, पूह] |
2 | तहसीलें | 5 [[कल्पा,निचार, पूह,मूरंग,सांगला ] |
3 | उप तहसीलें | 2 [टापरी, हंगरंग स्थित यांगथांग] |
4 | गाँव (राजस्व) | 662 |
5 | विकास खंड | 3[कल्पा,निचार, पूह] |
6 | ग्राम पंचायतें | 65 |
7 | लोक सभा क्षेत्र | [मंडी के अंतर्गत] |
8 | विधान सभा क्षेत्र | 1[68– किन्नौर (अ०ज०जा०), ] |
9 | जिला परिषद् | 1 [किन्नौर ] |
10 | पंचायत समितियां | 3 [कल्पा,निचार, पूह] |